Saturday, December 31, 2016

कवि रघुवीर सहाय..अधिनायक

आज हिन्दी के मूरधन्य सपादक व यशस्वी कवि रघुवीर सहाय की पुण्यतिथि है। वे दिनमान के संपादक रहे,दूसरे तार सप्तक के प्रमुख कवि, जिन्हें 1984 में साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला 30 दिसम्बर 1990 मे उनका निधन हो गया। फिरपढ़िए उनकी एक सर्वकालिक कविता।
अधिनायक
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राष्ट्रगीत में भला कौन वह
भारत-भाग्य-विधाता है
फटा सुथन्ना पहने जिसका
गुन हरचरना गाता है।
मखमल टमटम बल्लम तुरही
पगड़ी छत्र चंवर के साथ
तोप छुड़ाकर ढोल बजाकर
जय-जय कौन कराता है।
पूरब-पश्चिम से आते हैं
नंगे-बूचे नरकंकाल
सिंहासन पर बैठा,उनके
तमगे कौन लगाता है।
कौन-कौन है वह जन-गण-मन
अधिनायक वह महाबली
डरा हुआ मन बेमन जिसका
बाजा रोज बजाता है।
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